दस तरीकों से MOBILE फोन का डाटा चोरी होने से बचाएं ?

दस तरीकों से MOBILE फोन का डाटा चोरी होने से बचाएं

यदि आप अधिक इंटरनेट का यूज नहीं करते हैं, तब भी आपका मोबाइल डेटा जल्दी खत्म हो जाता है तो यह आर्टिकल पढ़ें। यहां पर मोबाइल डेटा बचाने के लिए टिप्स बताए गए हैं।


दस तरीकों से MOBILE फोन का डाटा चोरी होने से बचाएं

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इन दिनों ऑनलाइन पढ़ाई करने से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग करने तक, कई कामों के लिए लोगों को अधिक इंटरनेट की जरूरत होती है। इस कारण है कि मोबाइल डेटा यूज लोग बहुत संभलकर करते हैं ताकि वे डेली डेटा को पूरे दिन चला सकें। इसके बाद भी अगर आपका इंटरनेट जल्दी खत्म हो जाता है तो यह आर्टिकल पढ़ें। यहां से आप अपने मोबाइल डेटा को बचाने के तरीके जान सकते हैं। Additionally Read - Elon Musk हिंदी और भोजपुरी में कर रहे ट्वीट? जानें क्या है पूरी सच्चाई

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एंड्राॅयड फोन सिक्यरिटी टिप्स mobile deta

डेटा बचाने की सेटिंग को चालू या बंद करें

1. अपने फ़ोन का सेटिंग ऐप्लिकेशन खोलें.

2. नेटवर्क और इंटरनेट डेटा बचाने की सेटिंग पर टैप करें.

4. डेटा बचाने की सेटिंगको चालू या बंद करें.

5.डेटा बचाने की सेटिंग चालू होने पर, आपको स्टेटस बार में डेटा बचाने की सेटिंग का आइकॉन दिखेगा.

6.इसके अलावा, आपको फ़ोन के सेटिंग ऐप्लिकेशन में सबसे ऊपर एक सूचना भी दिखेगी.

सलाह: आप डेटा बचाने की सेटिंग को सेटिंग बार में जोड़ सकते हैं. 'फटाफट सेटिंग' को पसंद के मुताबिक बनाने का तरीका जानें.

 

1. . ऐप्स प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें

कई लोग अपने फोन में APK फाइल डाउनलोड कर ऐप्स इंस्टॉल करते हैं। हालांकि ऐप्स को प्ले स्टोर से डाउनलोड करना ही सबसे सही और सुरक्षित तरीका है। फिर भी लोग APK वाली टेक्निक अपनाते हैं। Portable deta

 

हालांकि इस तरह से ऐप्स इंस्टॉल करने वालों को यह पता नहीं होता कि जो APK पैकेज आप डाउनलोड कर रहे हैं वह बदला हुआ भी हो सकता है और इससे फोन के लिए हानिकारक फाइल इंस्टॉल हो सकती है यहां तक कि कोई मैलवेयर, ट्रोजन या कीलोगर भी फोन में सकता है और सारी पर्सनल जानकारी चुरा सकता है। Portable deta

 

इसे रोकने का एक तरीका है। बस अपने स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाएं वहां से Settings > Security > Obscure sources नाम से एक ऑप्शन मिलेगा। इसे अनचेक कर दे। इससे कोई भी APK फाइल स्मार्टफोन में इंस्टॉल नहीं होगी।

2. . Secure ब्राउजर का इस्तेमाल करें

पहले एंड्रायड स्मार्टफोन्स में दो ब्राउजर इंस्टॉल आते थे। लेकिन एंड्राइड लोलीपोप के आने के बाद से क्रॉम ब्राउजर ही इंस्टॉल रहा है। अगर आप प्ले स्टोर पर नजर डाले तो पाएंगे कि वहां कई तरह के ब्राउजर उपलब्ध है जो अच्छी स्पीड, डाटा सेविंग्स, सिक्योरिटी आदि देने का दावा करते हैं। लेकिन क्रॉम ही सबसे अच्छा है, हालांकि यह बहुत बैटरी खत्म करता है, फिर भी यह बेस्ट ब्राउजर है। वहीं दूसरे ब्राउजर कई तरह के ऐड, ऑफर आदि के साथ आते हैं जिनके साथ कई बार आपको पर्सनल डाटा भी शेयर करना पड़ता है।

अगर आप प्राइवसी को लेकर जादा चिंतिद है तो आप Fearless ब्राउज़र उसे कर सकते है।

3. Bloatware ऐप्स को डिसएबल या ब्लॉक करें

आईफोन की बजाय आप कई एंड्राइड डिवाइस देख सकते हैं जो सस्ते और विभिन्न कीमतों में आते हैं। हालांकि इनमें से कुछ के सस्ते होने के कारण इनमें पहले से इंस्टॉल ऐप्स होती है, जिन्हें अपने फोन में इंस्टॉल करने पर ब्रांड को पैसा मिलता है। यह तरीका कंपनी को डिवाइस की कीमत कम करने में मदद करता है।

कई बार इनमें से कुछ ऐप्स मददगार होती है और काम भी आती है। लेकिन इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि ये ऐप्स कई बार फोन का विभिन्न डाटा भी देख सकती है।

अगर हम सैमसंग स्मार्टफोन्स की बात करें तो ज्यादातर में कंपनी की ओर से पहले से इंस्टॉल ऐप्स को आप हटा नहीं पाते। दूसरा तरीका यह है कि आप अपने फोन की सेटिंग्स में जाकर इन्हें डिसएबल कर सकते हैं।

इसके लिए अपने सेटिंग्स में जाकर Applications ऑप्शन में जाएं और वहां उस ऐप को खोल डिसएबल कर दें। इन ऐप्स को डिसएबल कर देने से वे काम करना बंद कर देगी।

4. Two-Variable Verification इस्तेमाल करें

ईमेल अकाउंट्स से लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट्स, -कॉमर्स वेबसाइट्स लगभग सभी आजकल इस तरह के लॉग-इन ऑफर कर रही है। इससे 100 percent सेफ्टी रहती है। टू-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन तकनीक का पेटेंट 1984 में किया गया था। हालांकि इसे पिछले कुछ सालों में ही अपनाया गया है। यह ऐसी तकनीक है जिसमें दो चीजों के मिलान से किसी बैंक अकाउंट, ईमेल अकाउंट या फिर किसी भी सुरक्षित चीज तक पहुंच बनाई जाती है।

आजकल टू-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन में मोबाइल फोन से एसेस दिया जाता है। जब भी आप अपने नियमित यूजरनेम और पासवर्ड से लॉग-इन करते हैं आप

6. भूलकर भी पासवर्ड सेव ना करें

जब दर्जनों विभिन्न वेबसाइट्स पर अकाउंट हो तो पासवर्ड याद रख पाना मुश्किल हो सकता है। इस स्थिति में ब्राउजर में पासवर्ड सेव करना बहुत ही आसान तरीका लगता है लेकिन आपको ऐसा करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि यह सुरक्षित नहीं है।

इसलिए जब भी आप किसी भी साइट पर लॉग-इन करें और ब्राउजर पासवर्ड आदि सेव करने के लिए पूछे तो ऐसा बिल्कुल भी ना करें। हो सकता है आपके ब्राउजर में किसी तरह की समस्या जाए और आपके सारे पासवर्ड आदि चोरी हो जाए।

आप पैस्वर्ड सेव करने के लिए किसी बधिया पैस्वर्ड मैनेजर का इस्तमाल कर सकते है।

7. ऐप परमिशन सेट करें

जब भी आप प्ले स्टोर से कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं तो वहां कई तरह की परमिशन पूछी जाती है। हालांकि गूगल ने एंड्राइड के पिछले लेटेस्ट वर्जन्स के साथ ऐप परमिशन को थोड़ा सुरक्षित बनाने की कोशिश की है। हालांकि ज्यादातर यूजर इस चीज को बिल्कुल ही नजरअंदाज कर देते हैं और सारी परमिशन एक ऐप को दे देते हैं।

वह भी बिना सोचे कि इन सभी परमिशन के साथ ऐप आपका डाटा कहां इस्तेमाल कर सकती है। इसलिए अगर आपको किसी ऐप को आपके फोन के कॉन्टेक्ट, मीडिया, फोटो आदि की परमिशन देने को लेकर शंका है तो उस ऐप के परमिशन लेवल को सेटिंग्स में जाकर तुंरत रिसेट कर दे।

8. शॉर्ट लिंक्स से बचें

इंटरनेट सर्फिंग के दौरान कई बार सोशल मीडिया वेबसाइट्स या ईमेल पर शॉर्ट लिंक्स मिलते हैं। इन्हें खोलने से बचें, कई बार इन्हें खोलना खतरनाक हो सकता है और आपकी आईडी पासवर्ड भी चोरी हो सकते हैं।

इतना ही नहीं आपका सोशल मीडिया अकाउंट हैक भी हो सकता है। कई हैकर्स आपका पर्सनल डाटा चुराने के लिए यह तरीका अपनाते हैं।

9. असुरक्षित Wi-Fi नेटवर्क इस्तेमाल करने से बचें

मोबाइल फोन से पूरी दुनिया से कनेक्ट रहना आजकल बहुत महत्वपुर्ण हो गया है। लेकिन कई बार होता है कि हम कोई यात्रा पर हो या फिर इंटरनेट कनेक्शन अच्छा ना हो। इस स्थिति में फ्री वाई-फाई या शेयर्ड हॉटस्पॉट से कनेक्ट हो जाते हैं।
इस स्थिति में इस तरह के वाई-फाई पर केवल वेबसाइट्स ब्राउज और सर्फिंग ही करें। लेकिन ऐसे नेटवर्क पर किसी भी तरह का लॉग-इन आदि बिल्कुल ना करें। क्योंकि हो सकता है आपकी इन्फोर्मेशन पर नजर रखी जा रही हो और आपका अकाउंट हैक भी हो जाए। इसके साथ बैंक अकाउंट आदि को तो भुलकर भी ना खोले। हो सके तो इस तरह के असुरक्षित वाई-फाई कनेक्शन हो इस्तेमाल करने से बचें।

10. Malware & Virus स्कैन करते रहें

गूगल प्ले स्टोर पर कई सारी ऐप्स है जिनमें स्कैन फीचर होता है। इसके साथ ही ये ऐप्स cache, thrash और अन्य प्रकार की फालतू चीजों को रिमूव करने का ऑप्शन देती है।
बस गूगल प्ले स्टोर पर एंटीवायरस सर्च करें और अपने हिसाब से कोई एक अच्छी ऐप डाउनलोड कर लें। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि कई बार ये ऐप्स आपके स्मार्टफोन को धीमा भी बना सकती है क्योंकि ये ऐप्स लगातार और बार-बार फोन की फाइल्स आदि को स्कैन आदि करती रहती है। लेकिन अगर आपके पास एक अच्छा स्मार्टफोन है तो यह समस्या ज्यादा नहीं आएगी। mobiler deta

अंत में:

यह कुछ तरीके है जिनसे आप अपने एंड्राइड स्मार्टफोन को सिक्योर बना सकते हैं। अगर आपको लगता है कि हम इस आर्टिकल में कोई अन्य तरीका लिखना भूल गए है तो आप कमेंट सेक्शन में हमारे साथ शेयर कर सकते हैं।

उम्मीद है ये टिप्स आपको हेल्प ज़रूर करेंगे अपने फ़ोन को secure करने में। अगर आपका कही कोई सवाल हो तो आप कॉमेंट करके ज़रूर पूछे।


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